सोची-समझी

Friday, 25 November 2022

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मोहन श्रोत्रिय
जयपुर, राजस्‍थान, India
'70 के दशक में चर्चित त्रैमासिक 'क्‍यों' का संपादन - स्‍वयंप्रकाश के साथ. राजस्‍थान एवं अखिल भारतीय शिक्षक आंदोलन में अग्रणी भूमिका - 1980-84 के बीच. महासचिव, राजस्‍थान विश्‍वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ तथा राष्‍ट्रीय सचिव, अखिल भारतीय विश्‍वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक महासंघ. 18 किताबों का अंग्रेज़ी से हिंदी में अनुवाद. लगभग 40 किताबों के अनुवाद का संपादन. जल एवं वन संरक्षण पर 6 पुस्तिकाएं हिंदी में/2 अंग्रेज़ी में. अनेक कविताओं, कुछ कहानियों तथा लेखों के अनुवाद पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित. ख़ुद की भी कुछ कविताएं तथा लेख यत्र-तत्र प्रकाशित. 'रेकी' पर दो पुस्‍तकें: 'रेकी रहस्‍य' और Decoding Reiki'.
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